भोज्य पदार्थो का वर्गीकरण Classification of foods
हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत - बहुत स्वागत है, इस लेख भोज्य पदार्थो का वर्गीकरण (Classification of foods) में।
दोस्तों इस लेख में कई स्वास्थ्य संगठनो द्वारा भोज्य पदार्थो का पोषक तत्वों की उपस्थिति के आधार पर वर्गीकरण किया गया है,
कियोकि भोजन ही जीवन है, और जीवन से ही दुनियाँ है। तो आइये दोस्तों करते है शुरू यह लेख भोज्य पदार्थो का वर्गीकरण:-
भोज्य पदार्थों का वर्गीकरण Classification of foods
भोजन में उपस्थित भोज्य तत्वों के आधार पर विभिन्न संगठनों ने निम्न प्रकार से भोजन पदार्थों का वर्गीकरण किया है:-
आधारभूत सात भोज्य वर्ग Nasic seven food groups
अमेरिका के नेशनल रिसर्च काउंसिल (National Research Council of America) के द्वारा भोजन में प्राप्त होने वाले पोषक तत्वों (Nutrients) के आधार पर भोज्य पदार्थों को सात भागों में बांटा है,
जिनको मौलिक भोज पदार्थ के नाम से जाना जाता है, क्योंकि यह सात भोज्य पदार्थ ही शरीर को पौष्टिक तत्व और आहार प्रदान करते हैं और प्रत्येक भोज्य वर्ग से एक या एक से अधिक पौष्टिक तत्वों की प्राप्ति होती है।
इसीलिए एक स्वास्थ्य शरीर (Healthy Body) प्रदान करने के लिए इन भोज्य पदार्थों की आवश्यकता होती है और आहार योजना (Diet Plan) बनाते समय इनका ध्यान भी रखा जाता है।
- प्रथम समूह First Group
प्रथम समूह के अंतर्गत हरी पीली सब्जियाँ, जो कि विटामिन ए (Vitamin-A) विटामिन बी (Vitamin-B) विटामिन सी (Vitamin-C) और लोहे (Iron) से भरपूर होती हैं, को रखा गया है।
- द्वितीय समूह Second Group
द्वितीय समूह के अंतर्गत विटामिन सी (Vitamin-C) युक्त आहार जैसे कि रसीले खट्टे फल आमला, अमरुद और विभिन्न ताजी सब्जियों को रखा गया है।
- तृतीय समूह Third Group
तृतीय समूह में वह सब्जियाँ और फल आते हैं, जो प्रथम और द्वितीय समूह में नहीं आते हैं. जैसे कि सेव, खरबूजा, केला, लीची, बैगन, करेला, खीरा, ककड़ी आदि।
- चतुर्थ समूह Fouth Group
चतुर्थ समूह में पशुओं से प्राप्त होने वाले दूध को रखा गया है। दूध से बनने वाले विभिन्न प्रकार के भोज्य पदार्थ भी चतुर्थ समूह में आते हैं।
- पंचम समूह Fifth Group
पंचम समूह में प्रमुख रूप से उन भोज्य पदार्थों को रखा गया है, जो प्रोटीन (Protien) के प्रचुर मात्रा में स्रोत होते हैं जैसे कि मांस मछली अंडा दाल मेबा आदि।
- षष्ठम समूह Sixth Group
इस समूह के अंतर्गत कार्बोहाइड्रेट युक्त भोज्य पदार्थों को स्थान मिलता है। इनके अंतर्गत अनाज, ब्रेड, चावल आदि को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है।
- सप्तम समूह Seventh Group
सप्तम समूह में प्रमुख रूप से वसा युक्त भोज्य पदार्थ देखने को मिलते हैं, इसके अंतर्गत मक्खन, घी तेल आदि का स्थान होता है।
डेली फूड गाइड के अनुसार According to the Daily Food Guide
फूड गाइड के अनुसार भोज्य पदार्थों को पाँच भोज्य समूहों में विभाजित किया गया है, जो इनकी पोषक तत्वों की समानता के आधार पर हैं। डेली फूड गाइड के अनुसार यदि व्यक्ति इन पांच समूह युक्त भोज्य पदार्थ को ग्रहण करता है, तब उसका स्वास्थ्य उत्तम रहता है।
- प्रथम समूह - प्रथम समूह में दूध और दूध से बने हुए खाद्य पदार्थ रखे है।
- द्वितीय समूह - इस समूह में अंडा, मांस, मछली, दाले सूखे मेवे रखे गए हैं।
- तृतीय समूह - तृतीय समूह के अंतर्गत ताजे फल और सब्जियों को स्थान मिलता है।
- चतुर्थ समूह - इस समूह के अंतर्गत कार्बोहाइड्रेट युक्त भोज्य पदार्थ जैसे कि अनाज, चावल आदि को स्थान मिलता है।
- पंचम समूह - पंचम समूह के अंतर्गत वसा, तेल, शक्कर और गुड़ को स्थान प्राप्त है।
आईसीएमआर के द्वारा By ICMR
ICMR इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (Indian Council of Medical Research) ने भारतवर्ष के लिए 6 प्रकार के भोजन समूह बनाए हैं।प्रथम समूह - प्रथम समूह में दाले, दूध, अंडा, मांस मछली आते हैं।
- द्वितीय समूह - इसके अंतर्गत हरी साग सब्जियाँ फल आते हैं।
- तृतीय समूह - इस समूह में खट्टे फल और विटामिन सी युक्त सब्जियाँ आती है।
- चतुर्थ समूह - चतुर्थ समूह के अंतर्गत उन सब्जियों और फलों को स्थान दिया गया है, जो द्वितीय समूह के अंतर्गत नहीं आती हैं।
- पंचम समूह - पंचम समूह में विभिन्न अनाज और अनाज से संबंधित भोज पदार्थ आते हैं।
- षष्ठम समूह - इसमें तेल वसा और शक्कर को शामिल किया गया है।
दोस्तों आपने इस लेख में भोज्य पदार्थो का वर्गीकरण (Classification of foods) पड़ा। आशा करता हुँ, आपको यह लेख अच्छा लगा होगा।
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