शिक्षा की परिभाषा Shiksha ki Paribhasha
हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत - बहुत स्वागत है, इस लेख शिक्षा की परिभाषा (Shiksha ki Paribhasha) में।
दोस्तों इस लेख द्वारा आप विभिन्न संगठनों तथा विद्वानों द्वारा दी गई शिक्षा की परिभाषाऐं पड़ेंगे। तो आइये शुरू करते है, यह लेख शिक्षा की परिभाषा:-
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शिक्षा की परिभाषाएँ Shiksha ki Paribhashayen
शिक्षा एक ऐसा आयाम है जो जन्म से लेकर मृत्यु तक चलती रहती है, इसीलिए शिक्षा के वास्तविक अर्थ को स्पष्ट करने के लिए यह आवश्यक हो जाता है, कि विभिन्न विद्वानों के द्वारा दी गई शिक्षा की परिभाषाओं पर ठीक प्रकार से विचार किया जाए
परिभाषाओं का अध्ययन करने के पश्चात हम शिक्षा (Education) के वास्तविक अर्थ को समझ सकेंगे, इसलिए यहाँ पर विभिन्न शिक्षाविदों की परिभाषाओं को प्रस्तुत किया गया है।
- आध्यात्मिकता के विकास की दृष्टि से From the point of view of spiritual development
कुछ विद्वानों का मानना है, कि शिक्षा आध्यात्मिक विकास की प्रक्रिया होती है, इसलिए आध्यात्मिकता के विचार रखने वाले विद्वानों ने यहाँ पर शिक्षा की निम्न प्रकार से परिभाषाएँ दी है:-
विष्णु पुराण के अनुसार:- विष्णु पुराण के द्वारा शिक्षा के संदर्भ में कहा गया है, कि विद्या वह होती है, जो मुक्ति दिलाती है ( सा विद्या या विमुक्तये)
स्वामी विवेकानंद के अनुसार शिक्षा की परिभाषा :- स्वामी विवेकानंद जी कहते हैं, कि मनुष्य की अंतर्निहित पूर्णता को अभिव्यक्त करना ही शिक्षा होता है। Education is the manifestation of perfection already in man
रविंद्र नाथ टैगोर के अनुसार शिक्षा की परिभाषा:- रविंद्र नाथ टैगोर जी कहते हैं, शिक्षा का अर्थ मस्तिष्क को इस योग्य बनाना होता है, कि वह शाश्वत सत्य की खोज करने में सक्षम हो जाए उसे अपना बना सके और उसको अभिव्यक्त करने में सक्षम हो जाए। Education means in availing the mind to find out the ultimate truth making its on and giving expiration to it
अरस्तु के अनुसार शिक्षा की परिभाषा :- अरस्तु कहते हैं, कि शिक्षा व्यक्ति की मानसिक शक्ति का विशेष रूप से विकास करती है, जिससे वह परम सत्य शिव और सुंदर के चिंतन का आनंद प्राप्त कर सके। Education developed Man's faculty especially his mind so that he may be able to enjoy the contemplative and of Supreme truth goodness and beauty
महात्मा गांधी के अनुसार शिक्षा की परिभाषा :- महात्मा गांधी कहते हैं, कि शिक्षा से मेरा तात्पर्य उस प्रक्रिया से है, जो बालक और मनुष्य के शरीर आत्मा और मन का सर्वोत्कृष्ट विकास करने में सक्षम हो। By education I mean an alround drawing out of the best in child and man body mind and spirit
- जन्मजात शक्तियों को अभिव्यक्त करने की दृष्टि से From the point of view of expressing innate powers
जन्मजात शक्तियों को अभिव्यक्त करने की दृष्टि से भी शिक्षा के बारे में विभिन्न विद्वानों ने अपनी-अपनी परिभाषाएँ दी हैं, जिन्हें हम निम्न प्रकार से समझते हैं:-
फ्रावेल के अनुसार शिक्षा की परिभाषा :- फ्रॉबेल महोदय कहते हैं, कि शिक्षा एक ऐसी प्रक्रिया होती है, जिसके द्वारा बालक अपनी जन्मजात शक्तियों को अभिव्यक्त करने में सक्षम हो जाते हैं। Education is that process by which a child develop his internal and external power
सुकरात के अनुसार शिक्षा की परिभाषा:- सुकरात महोदय कहते हैं, कि शिक्षा से तात्पर्य प्रत्येक व्यक्ति के मस्तिष्क में निहित संसार के सर्वमान्य विचारों को प्रकाश में लाना होता है। Education means bringing out of the ideas of Universal validity which are latent in the mind of every man
पेस्टोलॉजी के अनुसार शिक्षा की परिभाषा:- मानव की आंतरिक शक्तियों का स्वाभाविक सामंजस्यपूर्ण और प्रगतिशील विकास को इस शिक्षा कहा जाता है। Education is a natural harmonious and progressive development of man is innate power
कांट के अनुसार शिक्षा की परिभाषा:- शिक्षा व्यक्ति की उन सभी पूर्णताओं का विकास होता है जिसकी उनमें क्षमता होती है। Education is the development in the individual of all those perfection of which he is capable
- व्यक्तित्व विकास की दृष्टि से From the point of view of personality development
कुछ विद्वान व्यक्ति ऐसे हुए है, जिन्होंने व्यक्तिगत विकास की प्रक्रिया के रूप में शिक्षा की परिभाषा दी है:-
टी. पी. एन (T.P.N.) के अनुसार शिक्षा की परिभाषा:- उनके अनुसार शिक्षा व्यक्ति की व्यक्तित्ता का पूर्ण विकास होता है, जिससे यह अपनी क्षमता के अनुसार मानव जीवन में योगदान दे सकें। Education is the complete development of individuality so that a man can make an original contribution to human life according to his best capicity
हरबर्ट के अनुसार शिक्षा की परिभाषा :- हरबर्ट महोदय कहते हैं, शिक्षा नैतिक चरित्र का उचित विकास होती है। Education is the development of gold moral characters
मिल्टन के अनुसार शिक्षा की परिभाषा :- मिल्टन महोदय कहते हैं, कि वह स्वयं पूर्ण और उदार शिक्षा उसको कहते हैं, जो व्यक्ति को निजी और सार्वजनिक शांति एवं युद्ध कालीन कार्यों की दक्षता सुंदरता एवं न्याय उचित ढंग से करने के योग्य बना देती है। I call therefore complete and generous education that which fits a man to perform justly skilfully and Magnanimously all the which office both private and public of peace and war
- वातावरण के साथ अनुकूलन करने की दृष्टि से In order to adapt to the environment
कुछ विद्वानों के मत के अनुसार शिक्षा एक ऐसी प्रक्रिया होती है, जो व्यक्ति को अपने वातावरण के साथ अनुकूलन स्थापित करने में सहायता प्रदान करती है, ऐसे विद्वानों की परिभाषाओं को निम्न प्रकार से दर्शाया गया है:-
एचएच हॉर्न के अनुसार शिक्षा की परिभाषा :- उन्होंने कहा है, कि शिक्षा एक ऐसी प्रक्रिया होती है, जिसके द्वारा मनुष्य प्रकृति समाज और विश्व के चरम स्वरूप के साथ अनुकूलन स्थापित कर सकने में सक्षम हो जाता है।Education should be part of the process of man reciprocal adjustment to nature this fellows and to the ultimate nature of cosmos
रविंद्र नाथ टैगोर के शब्दों में :- रविंद्र नाथ टैगोर भी कहते हैं, कि सर्वोच्च शिक्षा वह होती है, जो हमें केवल सूचनाएँ ही नहीं देती, बल्कि हमारे जीवन और संपूर्ण सृष्टि में एक रसता पैदा करती है। The highest education is that which does not only give us information but makes our life in harmony with all acceptance
जॉन डीवी के अनुसार शिक्षा की परिभाषा:- जॉन डीवी महोदय कहते हैं, कि शिक्षा व्यक्ति की उन समस्त आंतरिक शक्तियों का विकास है, जिससे वह अपने वातावरण पर नियंत्रण रख सकती है और अपनी संभावनाओं को पूर्ण कर सके। Education is the development of all those capacities in the individual which will enable him to control his environment and fulfill his responsibilities
दोस्तों यहाँ आपने शिक्षा की परिभाषा (Shiksha ki Paribhasha) पढ़ी। आशा करते है, आपको यह लेख अच्छा लगा होगा।
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